आज मैं आपसे “गुज़रा लम्हा(Gujara lamha)” यानी बीते हुए पलों के बारे में कुछ बातें साझा करना चाहता हूँ।
ज़िंदगी एक सफ़र है, और इस सफ़र में हर लम्हा हमें कुछ न कुछ सिखा जाता है। कुछ लम्हे हमें हँसी और खुशियों का तोहफ़ा देते हैं, वहीं कुछ लम्हे हमें आँसू और सबक देकर और मज़बूत बना देते हैं। गुज़रा हुआ वक्त कभी लौटकर नहीं आता, लेकिन उसकी यादें हमारे दिल और दिमाग में हमेशा ज़िंदा रहती हैं।
गुज़रे हुए लम्हे हमें यह एहसास कराते हैं कि समय की क़द्र करना ही जीवन की असली समझदारी है। क्योंकि जब एक पल निकल जाता है, तो हम चाहकर भी उसे वापस नहीं ला सकते।
इसलिए हमें चाहिए कि हम हर लम्हे को पूरी तरह जीएँ, अपने अपनों के साथ वक्त बिताएँ और किसी भी छोटे से छोटे पल को हल्के में न लें। क्योंकि यही पल एक दिन याद बनकर हमें मुस्कुराने का और कभी-कभी आँसू बहाने का कारण बनते हैं।
अंत में, मैं बस यही कहना चाहूँगा कि –
गुज़रे लम्हों से सीख लेकर, आने वाले कल को बेहतर बनाइए।
क्योंकि वक्त ही हमारी ज़िंदगी का सबसे बड़ा शिक्षक है।
सांस लेना भी दुश्वार हो जाएगा।
मुझे तो तेरा बस मुस्कुराना अच्छा लगा था
मुझे क्या मालूम था तुझसे प्यार हो जाएगा।
फिर से कोई मुस्कुराया फिर से तू याद आ गई।
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3. आज फिर एक बार जमाने से मुझे नफरत हो गई
कुछ तो है तुझ में जो तुझे औरों से जुदा करता है।
5. दो दिल जो दूर है पास नहीं हो रहे
मामले भी ऐसे कुछ खास नहीं हो रहे।
सही है गलत है ये तो पता नहीं
बस ज़िन्दगी तेरे फैसले बर्दास्त नहीं हो रहे।
6. उसके सारे गुनाह कुछ इस तरह माफ कर जाता हूं में ।
याद आ जाती है वो और मुस्करा जाता हूं में।
7. ज़ख्म दिल के में उसको दिखा ना सका
प्यार आंखो से उसको सिखा ना सका
वो मुझे छोड़ कर के चला ही गया
और अब तक में उसको भुला ना सका।
8. दूर खड़ी रही जिंदगी ना जाने क्यूं पास नहीं आयी
रास आ गए थे किसी को हम ये बात किसी को रास नहीं आयी
वो सोच कर बैठी है कि तूफान लेकर मानेगी।
याद खाव नीद सुकून सब ले लिया उसने मेरा
अब लगता है यह लड़की जान लेकर मानेगी।
10.चार बूदों में गिर जाओगे चीन की दीवार थोड़े ही हो।
तमाम मिटे बैठे हैं मोहब्बत में तुम अकेले शिकार थोड़े ही हो।
अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा हट जाओ इन रास्तों से बच जाओगे
नया-नया रोग लगा है पैदाइशी बीमार थोड़े ही हो।
11.हम कहां हैं हमें खुद की खबर नहीं।
ये क्या है सुंकू इधर नहीं सूंक उधर नहीं।
सुना है तमाम मोहब्बत करने वाले रास्तों पर ही मर गए
क्या ये सच है कि मोहब्बत का घर नहीं।
12.हर एक की जिंदगी में कुछ ना कुछ खास होना चाहिए।
इंसान अगर गलत हो तो गलत का एहसास होना चाहिए।
सुख की परवाह मत करो वहां तो सब आ ही जाते हैं
जो दुख में साथ खड़ा रहे वो शख्स पास होना चाहिए।
13.मेरी जिंदगी के अधूरे मुकाम लौटा दो।
मैं तुम्हारी यादें लौटा रहा हूं तुम मेरी शाम लौटा दो।
तमाम कोशिशों के बाद भी नाकाम रहा पीने में
अपनी आंखों के वोअधूरे जाम लौटा दो।
14.मेरी जिद देखी मेरा जुनूं देखा अब मेरा जोर देखलो।
दिल्लगी से फुर्सत मिले तो मेरी ओर देख लो।
लगता है हमारी मोहब्बत से मन भर गया है तुम्हारा
इसमें बुरा क्या मानना आदत है तुम्हारी अब कोई और देख लो।
-BY DEEPAK
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