Firozabad का AQI: हवा में घुला ‘जहर’! 18 November 2025

Firozabad में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 18 नवंबर 2025 की सुबह उच्च स्तर पर बना हुआ है। नवीनतम डेटा Firozabad वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) – 164 के अनुसार, AQI ‘अस्वस्थ’ (Unhealthy) श्रेणी में दर्ज किया गया है, जो शहर की हवा में ‘जहर’ घुलने की स्थिति को और भी गंभीर बनाता है।

वर्तमान वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)

विभिन्न निगरानी स्टेशनों से प्राप्त आंकड़ों का औसत और प्रमुख प्रदूषकों का स्तर इस प्रकार है:

विवरणAQI स्तर (लगभग)श्रेणी (Category)
वर्तमान औसत AQI170 से 202अस्वस्थ (Unhealthy)
Jawhar Puram स्टेशन, Firozabad 168 – 169 (अस्वस्थ)Unhealthy
Vibhab Nagar स्टेशन, Firozabad 170 – 172 (अस्वस्थ)Unhealthy

Firozabad, प्रदूषक तत्वों का स्तर:

  • PM2.5 (सूक्ष्म कण): लगभग 78 से 81 µg/m³
  • PM10 (कण): लगभग 104 से 178 µg/m³

(WHO द्वारा PM2.5 के लिए अनुशंसित सुरक्षित दैनिक सीमा केवल 15 µg/m³ है, जिसका अर्थ है कि वर्तमान स्तर अनुशंसित सीमा से 4 गुना से भी अधिक है।)


स्वास्थ्य चेतावनी (Health Advisory)

AQI का 151 से 200 तक होना ‘अस्वस्थ’ या ‘बहुत खराब’ (Poor) श्रेणी में आता है, जिसका सीधा और गंभीर असर नागरिकों के स्वास्थ्य पर पड़ता है:

  • संवेदनशील समूह (Sensitive Groups): बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और पहले से ही श्वसन (अस्थमा, ब्रोंकाइटिस) या हृदय रोगों से पीड़ित लोगों को बाहरी गतिविधियों से पूरी तरह बचना चाहिए। उन्हें तुरंत स्वास्थ्य प्रभावों का अनुभव हो सकता है।
  • आम जनता (General Public): स्वस्थ लोगों को भी लंबे समय तक या भारी बाहरी परिश्रम (जैसे दौड़ना या गहन व्यायाम) से बचना चाहिए। इस स्तर की हवा में सांस लेने से गले में जलन, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
  • सिगरेट के समकक्ष जोखिम: कुछ अध्ययनों के अनुसार, इस श्रेणी की वायु गुणवत्ता में सांस लेना प्रतिदिन 3 से 4 सिगरेट पीने के बराबर हानिकारक हो सकता है।

Firozabad में प्रदूषण के मुख्य कारण

Firozabad, जो कि कांच उद्योग और चूड़ियों के लिए प्रसिद्ध है, में प्रदूषण के उच्च स्तर के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, खासकर सर्दियों के दौरान:

  1. औद्योगिक उत्सर्जन: कांच उद्योग और अन्य स्थानीय उद्योगों से निकलने वाला धुआं और कण।
  2. वाहनों का प्रदूषण: पुराने और अधिक प्रदूषणकारी वाहनों से निकलने वाले कार्बनिक तत्व।
  3. निर्माण कार्य (Construction Dust): सड़कों पर उड़ने वाली धूल और निर्माण स्थलों पर सामग्री को खुले में रखना।
  4. मौसम संबंधी कारक: नवंबर के महीने में हवा की गति कम होने और तापमान गिरने से, प्रदूषक तत्व जमीन के करीब जमा हो जाते हैं और फैल नहीं पाते, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है।
  5. पड़ोसी क्षेत्रों का प्रभाव: उत्तर भारत के अन्य शहरों, खासकर दिल्ली-एनसीआर, में पराली जलाने (Stubble Burning) और अन्य गतिविधियों का धुआं भी हवा के बहाव के साथ इस क्षेत्र को प्रभावित करता है।

50W wireless charging Aaj Ka Rashifal agra Air Quality Index amazing fact Android 16 Aquarius Aries Cancer Capricorn Current Affairs 2025 Exams EXCELLENT SCENARIO fact firozabad Flagship Killer Gemini GK Notes for Exams GST 2025 GST Rate Cut 2025 Health hindi important questions india Indian railway India smog iPhone 17 Pro kanpur Leo Libra Performance PM2.5 Republic Day 2025 Sagittarius Scorpio Smartphone Snapdragon 8 Elite Gen 5 Some Questions Taurus Tech News Technology Unboxing Virgo Zodiac Signs तथ्य

Leave a Comment